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ई-बाइक बैटरी

battery

आपके में बैटरीइलेक्ट्रिक बाइककई कोशिकाओं से बना है।प्रत्येक सेल में एक निश्चित आउटपुट वोल्टेज होता है।लिथियम बैटरी के लिए यह 3.6 वोल्ट प्रति सेल है।इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि सेल कितनी बड़ी है।यह अभी भी 3.6 वोल्ट का आउटपुट देता है।अन्य बैटरी केमिस्ट्री में प्रति सेल अलग-अलग वोल्ट होते हैं।निकल कैडियम या निकेल मेटल हाइड्राइड कोशिकाओं के लिए वोल्टेज 1.2 वोल्ट प्रति सेल था।

सेल से आउटपुट वोल्ट डिस्चार्ज होने के साथ बदलता रहता है।100% चार्ज होने पर एक पूर्ण लिथियम सेल प्रति सेल 4.2 वोल्ट के करीब आउटपुट करता है।जैसे ही सेल डिस्चार्ज होता है यह जल्दी से 3.6 वोल्ट तक गिर जाता है जहां यह अपनी क्षमता के 80% तक रहेगा।जब यह मृत के करीब होता है तो यह 3.4 वोल्ट तक गिर जाता है।यदि यह 3.0 वोल्ट से कम आउटपुट का निर्वहन करता है तो सेल क्षतिग्रस्त हो जाएगा और रिचार्ज करने में सक्षम नहीं हो सकता है।

यदि आप सेल को बहुत अधिक करंट पर डिस्चार्ज करने के लिए मजबूर करते हैं, तो वोल्टेज कम हो जाएगा।यदि आप a . पर एक भारी सवार डालते हैंई-बाइक, यह मोटर को अधिक मेहनत करने और उच्च एम्प्स खींचने का कारण बनेगा।इससे बैटरी का वोल्टेज कम हो जाएगा जिससे स्कूटर धीमा हो जाएगा।पहाड़ियों के ऊपर जाने का भी यही असर होता है।बैटरी सेल की क्षमता जितनी अधिक होगी, वह उतना ही कम करंट के नीचे शिथिल होगा।उच्च क्षमता वाली बैटरी आपको कम वोल्टेज और बेहतर प्रदर्शन देगी।


पोस्ट करने का समय: जनवरी-06-2022